क्या आप हवा महल घूमना करना चाहते हैं? जानिए हवा महल कब जाएं, कैसे पहुंचे, हवा महल घूमने की जानकारी, टिकट प्राइस, ऑनलाइन बुकिंग, इतिहास और पूर्ण गाइड
हवा महल जयपुर का मुख्य महल है। जिसे राजा सवाई प्रताप सिंह ने 1799 में बनवाया था। हवा महल दिल्ली से 300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हवा महल सिटी पैलेस की एक दीवार है। जिस पर 365 खिड़कियाँ बनी हैं। इन खिड़कियों को महल ठंडा रखने के लिए बनाया गया था। और इसीलिए इस महल को हवा महल कहा जाता है।
अगर आप हवा महल घूमने जा रहे हैं तो यह जानकारी आपके बहुत काम आएगी। यहां मैं आपको बताऊंगा कि हवा महल घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है? टिकट की कीमत क्या है? और आपको इसके इतिहास के बारे में भी बताऊंगा। आप इस जानकारी को English में भी पढ़ सकते है।
Peak Season: जनवरी
Off-Season: जून
Famous for: ऐतिहासिक महल
Rating: ⭐⭐⭐
Price: ₹50+
Duration: 7.3 घंटे
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हवा महल, जयपुर |
हवा महल, जयपुर – कैसे पहुंचें, सही समय, टिकट की कीमत, सम्पूर्ण गाइड
जयपुर राजस्थान के राजाओं का प्रमुख नगर था। राजा जय सिंह के नाम पर शहर का नाम जयपुर रखा गया। यहां आपको राजस्थानी रियासतों के कई महल और किले देखने को मिलेंगे। यहां आपको बहुत बड़ा बाजार मिलेगा, जिसमे आप खूबसूरत राजस्थानी कपड़े, गिफ्ट और ज्वैलरी की खरीदारी भी कर सकते हैं। यहां होटल और रेस्टोरेंट की भी कमी नहीं है।
हवा महल सिर्फ महिलाओं के लिए बनाया गया था। राजा चाहता था कि रानियां बाहर के दृश्य जैसे बाजार, जुलुस, त्योहारों और युद्ध के परेड को देख सकें बिना अपना चेहरा दिखाए। यहां से राज परिवार की महिलाएं बिना बाजार जाए ही बाजार में हो रही गतिविधियों को देख सकती थीं।
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हवा महल, जयपुर |
आप सड़क से जो देखते हैं वह हवा महल का पिछला हिस्सा है। इसका आगे का हिस्सा दूसरी तरफ है जहां से आप हवा महल के अंदर जा सकते हैं। राजा सवाई प्रताप सिंह भगवान कृष्ण के बहुत बड़े भक्त थे, इसलिए उन्होंने इस महल को भगवान श्री कृष्ण के मुकुट के आकार में बनवाया था।
इस महल की मरम्मत के लिए सरकार को कई चीजों में बदलाव करना पड़ा। खिड़कियों के कई शीशे बदल दिए गए हैं। और कुछ दीवार की नक्काशी को भी बदल दिया गया है। जमीन पर पड़े पत्थरों को भी बदल दिया गया है। समय के साथ साथ हो रहे नुकसान की मरम्मत करना जरुरी था।
इनसाइड हवा महल, जयपुर
हवा महल एक पांच मंजिला इमारत है। इसकी हर मंजिल को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। पहली मंजिल को शरद मंदिर, दूसरा रतन मंदिर, तीसरा विचित्र मंदिर, चौथा प्रकाश मंदिर और पांचवां हवा मंदिर कहा जाता है।
पहली मंजिल | शरद मंदिर
पहली मंजिल पर, शीतकालीन उत्सव आयोजित किए गए थे। इसलिए इसे शरद मंदिर कहा जाता है।
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हवा महल, जयपुर |
दूसरी मंजिल | रतन मंदिर
दूसरी मंजिल पर कीमती पत्थरों से की गई नक्काशी है। इसलिए इसे रतन मंदिर कहा जाता है
तीसरी मंजिल | विचित्र मंदिर / प्रताप मंदिर
यह राजा का निजी कमरा था। इसमें राजा भगवान कृष्ण की पूजा करते थे। और यहीं बैठकर कविताएं लिखते थे। राजा सवाई प्रताप सिंह एक महान कवि थे। उनकी लिखित पुस्तक का नाम ब्रजनिधि था।
चौथी मंजिल | प्रकाश मंदिर
इस मंजिल पर सूर्य का प्रकाश सभी जगह पहुँचता था। इस मंजिल का कोई भी हिस्सा अंधेरे में नहीं रहता था। इसलिए इस मंजिल को प्रकाश मंदिर कहा जाता है।
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हवा महल, जयपुर |
पांचवीं मंजिल | हवा मंदिर
पांचवीं मंजिल पर चारों दिशाओं से हवा आती है। इसी के कारण इस महल का नाम हवा महल पड़ा। यह हवा महल की सबसे ऊपरी मंजिल है।
भोजनशाला (रसोई)
यहां राजा सवाई सिंह और उनके परिवार के लिए खाना बनाया जाता था। आप इसकी खिड़कियों पर रंगीन कांच देख सकते हैं। यह ग्लास बेल्जियम से मंगवाया गया था। जब सूरज की सीधी रोशनी इन रंगीन शीशों पर पड़ती थी तो पूरा कमरा खूबसूरत रंगों से जगमगा उठा।
और आप पूरे महल में ऐसी रंगीन कांच की खिड़कियां देख सकते हैं। इनमें लाल, हरा, नीला और पीला रंग देखने को मिलेगा। राजा के झण्डे के रंगों के कारण ये रंग खिड़कियों में भी भर जाते थे।
हवा महल का इतिहास
हवा महल का निर्माण सन 1799 में राजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था। इससे पहले राजस्थान के झुंझुनूं में हवा महल नामक महल स्थित है। इस महल को देखने के बाद राजा सवाई प्रताप सिंह ने जयपुर में भी हवा महल बनवाने की सोची। इसके डिजाइनर उस्ताद लालचंद थे।
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हवा महल, जयपुर |
हवा महल कैसे पहुंचें ?
- नजदीकी बस स्टॉप: बड़ी दुकान हवा महल का सबसे नजदीकी बस स्टॉप है। यह सिर्फ 750 मीटर की दूरी पर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन: जयपुर जंक्शन हवा महल का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है, यह 4.8 किमी की दूरी पर है।
- नजदीकी हवाई अड्डा: जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हवा महल का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है। यह 12.2 किमी की दूरी पर है।Hawa Mahal Ticket Price 2023
हवा महल टिकट प्राइस
Ticket | Price |
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भारतीय | ₹50 |
भारतीय छात्र | ₹5 |
विदेशी | ₹200 |
विदेशी छात्र | ₹25 |
7 साल से कम | Free |
भारतीय फोटोग्राफी | ₹10 |
विदेशी फोटोग्राफी | ₹30 |
यदि आप एक छात्र हैं, तो आपको छात्र छूट के लिए अपना पहचान पत्र अपने साथ लाना होगा।
हवा महल टाइमिंग
Days | Timing |
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सभी दिन | 9AM to 4:30PM |
समय | 2 Hours |
म्यूजियम | शुक्रवार बंद |
हवा महल घूमने का सही समय अक्टूबर से मार्च तक है। इस समय यहां ज्यादा गर्मी नहीं होती है। और आप जयपुर का ज्यादा मजा ले पाएंगे।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q. हवा महल कहाँ है?
हवा महल जयपुर शहर के केंद्र में स्थित है। जयपुर राजस्थान की राजधानी है। इसका पूरा एड्रेस है: हवा महल रोड, बड़ी चौपड़, जे.डी.ए. मार्केट, कंवर नगर, जयपुर, राजस्थान 302002, भारत।
Q. क्या हम हवा महल के अंदर जा सकते हैं?
हां, आप हवा महल के अंदर जा सकते हैं। अंदर जाने के लिए, आपको एक प्रवेश टिकट खरीदना होगा।
Q. हवा महल में देखने के लिए क्या है?
हवा महल में कुल 5 मंजिल हैं। हर मंजिल की अपनी कहानी है। आप इसके अंदर से हवा महल की वास्तविक संरचना को देख सकते हैं।
Q. हवा महल की ऊंचाई कितनी है?
जैसे कि हवा महल में 5 मंजिल हैं, और हवा महल लगभग 87 फीट है।
Q. हवा महल को हवा महल क्यों कहा जाता है?
इस महल में हर तरफ से हवा आती है। हवादार होने के कारण इसे हवा महल कहा जाता है।